इस पत्तेदार फसल की खेती से खुलेंगे अब कुबेर के खजाने, जाने खेती का आसान तरीका। धनिया एक बहुपयोगी मसाला फसल है, जिसका उपयोग पत्तियों और बीजों के रूप में किया जाता है। इसकी खेती कम समय में अच्छी उपज देने वाली होती है और इसे मसालों के साथ औषधीय गुणों के लिए भी उगाया जाता है। आइए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
धनिया की खेती के लिए जलवायु और मिट्टी
धनिया ठंडे और शुष्क मौसम में अच्छी तरह बढ़ता है। हल्की दोमट और जलनिकासी वाली मिट्टी सबसे अच्छी होती है। pH मान 6-7 के बीच होना चाहिए। धनिया की खेती अक्टूबर से नवंबर और ग्रीष्मकालीन में फरवरी-मार्च वही मार्च-अप्रैल में धनिया की खेती कर सकते है।
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धनिया की खेती कैसे करें
धनिया की खेती के लिए मिट्टी को 2-3 बार हल या कल्टीवेटर से अच्छी तरह भुरभुरा बना लें। खेत में गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट डालें। हल्की नमी के लिए सिंचाई करें। पहली सिंचाई 3-4 दिन बाद और फिर 10-12 दिन के अंतराल पर करें। पकने के समय सिंचाई न करें, इससे बीज काले हो सकते हैं। पहली निराई-गुड़ाई में बुवाई के 20-25 दिन बाद करें। कटाई तब करें जब पौधे पीले पड़ने लगें और बीज हल्के भूरे हो जाएं। 2-3 दिन धूप में सुखाकर बीज निकालें। एक हेक्टेयर से 10-12 क्विंटल बीज प्राप्त होते हैं।
धनिया से कमाई
धनिया की खेती से 40,000-70,000 रुपये प्रति एकड़ तक लाभ हो सकता है। मांग के अनुसार उपज को सीधे मंडी या प्रोसेसिंग यूनिट को बेच सकते हैं। धनिया की खेती से तगड़ी कमाई की जा सकती है।
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