प्याज का कंद होगा मोटा और बड़ा, जल्दी होगी फसल तैयार, मार्च में डालें यह खाद, पानी के इस नियम से फसल होगी दमदार

प्याज का कंद बड़ा और फसल जल्दी तैयार करना चाहते हैं तो चलिए आपको बताते हैं प्याज में कौन सी खाद दे और सिंचाई कितने समय पर करें-

प्याज की खेती

प्याज की खेती कमाई का एक अच्छा विकल्प है। साल भर प्याज की डिमांड बनी रहती है। प्याज का अगर किसान भंडारण कर लेते हैं तो नुकसान होने का कोई विकल्प नहीं रह जाता है। लेकिन प्याज की गुणवत्ता अगर अच्छी होगी तभी किसान को उसकी अच्छी कीमत मिलती है। जिसमें अब बाजार में बड़े से बड़ा कंद आने लगा है, तो चलिए आपको बताते हैं कि प्याज के लिए महत्वपूर्ण मार्च महीने में प्याज की फसल को कौन सी खाद देनी है, और सिंचाई कब कैसे करनी है।

प्याज में खाद

प्याज के कंदो को बड़ा करने तथा गुणवत्ता में सुधार करने के लिए खाद सबसे विशेष भूमिका निभाती है। जिसमें पोषक तत्व अगर भरपूर मिलेंगे तो प्याज की फसल बढ़िया किसान को मिलेगी। खाद की बात करें तो कृषि विशेषज्ञ का कहना है कि नाइट्रोजन फास्फोरस और पोटाश प्याज की फसल को चाहिए होते हैं।

जिसमें मात्रा की बात करें तो 1 एकड़ में 20 किलो ग्राम नाइट्रोजन, 10 किग्रा पोटाश, और 5 किलोग्राम सल्फर का छिड़काव करें। मार्च महीना खाद डालने के लिए सही रहेगा। प्याज के कंद अगर बड़े मजबूत बनाने हैं तो बोरान, जिंक, सल्फेट का छिड़काव कर सकते हैं। इससे भी प्याज की फसल को फायदा होता है। यह पोषक तत्व प्याज के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी साबित होते हैं।

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प्याज की सिंचाई

मार्च में तापमान बढ़ने लगा है। जिससे किसी भी फसल को समय पर सिंचाई की जरूरत होगी। वहीं प्याज की बात करें तो आपको सप्ताह में एक बार सिंचाई करनी चाहिए। वह भी मिट्टी की नमी को ध्यान में रखते हुए। मिट्टी में नमी बरकरार रहनी चाहिए। अगर 8-9 दिन तक मिट्टी में नमी बनी रहती है तो 10 में दिन सिंचाई करें। इस तरह आप खेत की मिट्टी के को ध्यान में रखकर 7 से 10 दिन के अंतराल में सिंचाई करें, हल्की सिंचाई करनी है। बहुत ज्यादा पानी नहीं देना है। नहीं तो फसल की जड़ को भी नुकसान हो सकता है। यानी कि दोनों बातों का ध्यान रखना है।

प्याज के खेती की मिट्टी में नमी होनी चाहिए। लेकिन जल भराव लंबे समय तक नहीं होना चाहिए। खेत में जल निकासी की बढ़िया व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा किसानों को समय-समय पर खरपतवार निराई-गुड़ाई भी करते रहना चाहिए। इससे भी प्याज की फसल अच्छी होगी। खेत में अगर खरपतवार रहेंगे तो वह पोषक तत्व में हिस्सेदारी करने लगेंगे। मगर निराई-गुड़ाई होने से जड़ों का बढ़िया विकास होगा। प्याज की फसल 110-120 दिन में तैयार हो जाती है, तब तक फसल का ध्यान रखना है।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

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