मल्चिंग लगाकर किसान निराई-गुड़ाई के के लिए मजदूरों की छुट्टी कर सकते हैं, और मल्चिंग पर सरकार 50% की सब्सिडी दे रही है, तो चलिए जानते हैं कैसे मिलेगा लाभ-
मल्चिंग लगाने के फायदे
मल्चिंग आसान शब्दों में समझे तो मिट्टी को ढकने का काम किया जाता है। किसान मल्चिंग कई तरीके से कर सकते हैं, फ्री में और पैसे खर्च करके भी कर सकते हैं। किसान अगर मल्चिंग लगाकर खेती करते हैं तो उन्हें क्या-क्या फायदा होगा पहले उसके बारे में नीचे लिखे 5 बिंदुओं के अनुसार जान लेते हैं, उसके बाद इस पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में भी जानेंगे-
- मल्चिंग लगाकर खेती करने से की फसल की जड़ों का विकास अच्छे से होता है जिससे किसानों को उत्पादन भी अधिक मिलता है।
- मल्चिंग का इस्तेमाल करके किसान तापमान को नियंत्रित कर सकते हैं।
- किसान अगर खरपतवार से परेशान है, मजदूरों से बार-बार निराई-गुड़ाई करवानी पड़ती है, तो मल्चिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे खरपतवार को रोकने में मदद मिलती है।
- खेत में मल्चिंग लगा देते हैं तो मिट्टी का कटाव रुक जाता है।
- मल्चिंग लगाने से जमीन में नमी की मात्रा बनी रहती है, जिससे मिट्टी स्वस्थ रहेगी।

मल्चिंग पर सब्सिडी
खेती किसानी में केंद्र सरकार से लेकर विभिन्न राज्य सरकार भी मदद कर रही है। जिसमें मल्चिंग पर बिहार राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी दी जा रही है। बिहार के उद्दान निदेशालय, कृषि विभाग द्वारा मल्चिंग लगाने के लिए किसानों को 50% सहायता अनुदान के रूप में दिया जा रहा है। ताकि किसान कम लागत में मल्चिंग कर सकें।

कहां करें संपर्क
किसान अगर मल्चिंग खेत में लगाना चाहते हैं और वह बिहार के निवासी हैं तो इस https://horticulture.bihar.gov.in/ वेबसाइट पर अधिक जानकारी ले सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा किसान अगर ऑफलाइन संपर्क करना चाहते हैं तो नजदीकी कृषि विभाग में इस योजना के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

मुफ्त में मल्चिंग कैसे करें
किसान अगर मुफ्त में मल्चिंग करना चाहते हैं तो सूखे पत्ते, सूखी घास, पुआल आदि की मदद से जमीन को ढक सकते हैं। इसके आलावा मल्चिंग के लिए कागज़, कार्डबोर्ड और टहनियां जैसी चीजे भी लें सकते है।