सोलर पंप की मदद से किसान फ्री में खेत की सिंचाई कर सकते हैं। चलिए जानते हैं किस राज्य के किसानों को कैसे 54000 सोलर पंप का लाभ मिलेगा-
सोलर पंप पर सब्सिडी
फसल को समय पर पानी मिलेगा तभी किसान को अच्छी पैदावार मिलेगी। लेकिन कई ऐसे किसान है जिन्हें आज भी सिंचाई के लिए सुविधा नहीं है। जिसमें सिंचाई में लागत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। वहीं कुछ किसान डीजल पंप और बिजली कनेक्शन के द्वारा खेत की सिंचाई कर रहे हैं तो इससे बिजली बिल का खर्चा बहुत ज्यादा बढ़ता जा रहा है। इसलिए सरकार चाहती है कि किसान सोलर पंप का इस्तेमाल करें। जिससे फ्री में खेत की सिंचाई हो जाएगी।
जिसमें उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान के द्वारा किसानों को सिंचाई के लिए अनुदान पर सोलर पंप दिए जा रहे हैं। यह लाभ किसानों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर मिलेगा। जिसमें 54000 सोलर पंप किसानों को वितरित किए जाएंगे। तो चलिए जानते हैं इस योजना से जुड़ी आवश्यक जानकारी।
कैसे करें आवेदन
सबसे पहले हम आवेदन की प्रक्रिया जान लेते हैं। उसके बाद पात्रता और शर्ते भी जानेंगे। जिसमें आपको बता दें कि इस योजना का लाभ लेने के लिए उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के इस आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है, और वहां से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय किसानों को ₹5000 के टोकन राशि जमा करनी पड़ेगी। शेष भुगतान किसान टोकन कंफर्म होने के 14 दिन के बाद करेंगे। जिसमें अवशेष कृषक अंश की धनराशि का चालान जेनरेट कर इंडियन बैंक की शाखा में या ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। आवेदन करने की प्रक्रिया आज 27 फरवरी 2025 से शुरू हो चुकी है।

बोरिंग से जुड़े नियम
बोरिंग से जुड़े हुए कुछ नियम इस योजना के अंतर्गत आते हैं, जिसमें 2 एचपी के पंप के लिए 4 इंच का बोरिंग होना जरूरी है। 3 और 5 एचपी के पंप के लिए 6 इंच का बोरिंग होना जरूरी है। 7.5 और 10 एचपी के पंप के लिए 8 इंच तक का बोरिंग होना जरूरी है। बोरिंग की जिम्मेदारी किसान की है जब सत्यापन किया जाएगा उस समय बोरिंग होना जरूरी है। नहीं तो आवेदन निरस्त हो सकता है, और टोकन मनी में जप्त कर करी जा सकती है।
सोलर पंप की स्थापना के नियम
सोलर पंप की स्थापना के भी कुछ नियम हैं, जिसमें एक बार जहां पर किसान सोलर पंप लगवा लेते हैं उस स्थान को वापस से वह बदल नहीं सकते। अगर ऐसा किया जाता है तो इसका भी परिणाम किसान को भुगतना पड़ सकता है।
लागत और अनुदान
इस योजना के तहत किसानों को भारी सब्सिडी जा रही है। लेकिन यहां पर किसान को भी कुछ रुपए खर्च करने होंगे। जिसमें किसान अगर 2 एचपी का सोलर पंप लगाते हैं तो 2.49 लाख रुपए की लागत आती है। जिसमें 1.70 लाख रुपए अनुदान के रूप में मिलते हैं। वही किसान को 79,186 रुपए भुगतान करने पड़ेंगे। किसान यह राशि लोन लेकर भी जमा कर सकते हैं। उन्हें कृषि अवस्थापना निधि के तहत ब्याज में छूट भी मिल जाएगी। इस योजना का लाभ उठाकर किसान खेती में आने वाले खर्च को कम कर सकते हैं।