ये घोल सेम के पौधे में कीट रोग को खत्म करने के साथ फलियों की पैदावार को बढ़ाने के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होता है तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते है कौन सा घोल है।
गुच्छों में फलियों से लद जाएगी सेम की बेल
अक्सर कुछ लोगों को बागवानी का बहुत ज्यादा शौक होता है और अपने घर के बगीचे में तरह तरह की सब्जी भाजी के पौधे लगाना बहुत पसंद करते है कई बार सेम के पौधे में छोटे छोटे कीड़े लगने लगते है जिससे फलियों की पैदावार में गिरावट आने लगती है और फलियां खरब भी हो जाती है। आज हम आपको एक ऐसे जैविक घोल के बारे में बता रहे है जो सेम की पैदावार को बढ़ाने में और पौधे को कीट रोग से बचाने में बहुत फायदेमंद साबित होता है इस घोल में कई तत्व के गुण होते है जो पौधे को भरपूर पोषण देते है तो चलिए जानते है कौन सा घोल है।

सेम के पौधे में डालें ये घोल
सेम के पौधे में डालने के लिए हम आपको नीम का तेल, गुड़, सरसों की खली से बने जैविक तत्व से भरपूर घोल के बारे में बता रहे है। ये तीनों चीज न केवल सिर्फ सेम के पौधे को हरा-भरा बनाने में मदद करती है बल्कि फलियों की पैदावार को भी बढ़ती है नीम के तेल में कई कीटनाशक तत्व होते है जो कीट को पौधे के आस पास भी नहीं भटकते है सरसों की खली में नाइट्रोजन, फ़ॉस्फ़ोरस , पोटैशियम, सल्फ़र, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, ज़िंक, मैंगनीज़, कॉपर जैसे पोषक तत्व होते है जो सेम के पौधे को भरपूर पोषण प्रदान करते है। इस घोल का उपयोग सेम के पौधे में जरूर करना चाहिए।
कैसे करें उपयोग
सेम के पौधे में नीम का तेल, गुड़, सरसों की खली से बने घोल का उपयोग बहुत उपयोगी और फायदेमंद साबित होता है इसका उपयोग करने के लिए एक लीटर पानी में एक चम्मच नीम के तेल, थोड़ा सा गुड़ और सरसों की खली को डालकर 12 से 15 घंटे के लिए भिगोकर रखना है फिर सेम के पौधे की मिट्टी की गुड़ाई करके पौधे में इस घोल को डालना है और पत्तियों में स्प्रे करना है ऐसा करने से सेम की बेल अनगिनत फलियों से लद जाएगी।