मक्का की ये किस्म की खेती किसानों के लिए बहुत लाभकारी साबित होती है इसकी खेती में लागत बहुत कम आती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
फरवरी के अंत में करें मक्का की ये किस्म की खेती
आलू की फसल फरवरी के अंत तक लगभग कट जाती है ऐसे में किसान मक्का की इस किस्म की खेती करने के लिए आलू की फसल कटने के तुरंत बाद इसकी शुरुआत कर सकते है। मक्का की इस किस्म की मार्केट में बहुत डिमांड होती है लोग इसका सेवन करना बहुत पसंद करते है। मक्का की ये किस्म हेलियोथोस्पोरियम पत्ती धब्बा से सहनशाील होती है आप इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है जवाहर मक्का 216 किस्म की खेती की ये मक्का की एक उन्नत किस्म है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप जवाहर मक्का 216 किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में पहले अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। जवाहर मक्का 216 किस्म की खेती के लिए पहले खेत की जुताई करनी चाहिए फिर मिट्टी में पोषक तत्व से भरपूर गोबर की खाद डालनी चाहिए। इसकी बुआई के लिए इस किस्म के बीजों का ही चुनाव करना चाहिए और बुआई से पहले बीजों का उपचार करना चाहिए। इसकी खेती में जैविक कीटनाशक का ही इस्तेमाल करना चाहिए। बुआई के बाद जवाहर मक्का 216 किस्म की फसल करीब 94 से 98 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप जवाहर मक्का 216 किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त पैदावार के साथ तगड़ी कमाई देखने को मिलेगी। एक हेक्टेयर में जवाहर मक्का 216 किस्म की खेती करने से करीब 50 से 55 क्विंटल तक की पैदावार मिलती है आप इसकी खेती से एक हेक्टेयर में लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है जवाहर मक्का 216 किस्म की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित होती है।