तरबूज की ये किस्म की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित होती है इसकी खेती में ज्यादा लागत नहीं आती है और इसकी मार्केट में बहुत डिमांड भी होती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
फरवरी में करें तरबूज की इस किस्म की खेती
तरबूज की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है आज हम आपको तरबूज की एक उन्नत किस्म की खेती के बारे में बता रहे है जो बहुत अधिक उपज देने वाली होती है इसकी खेती में ज्यादा खर्चा नहीं आता है। तरबूज की इस किस्म की खेती में न केवल बंपर पैदावार मिलती है बल्कि इसकी डिमांड भी बाजार में बहुत होती है लोग इसका सेवन करना बहुत पसंद करते है तरबूज की ये किस्म बुकनी रोग और पौध गलन रोग से बचाव में फ़ायदेमंद होती है। हम बात कर रहे है तरबूज की अर्का मानिक किस्म की खेती की ये तरबूज की एक उन्नत किस्म है और ये किस्म चूर्णी आसिता, मृदुरोमिल आसिता, और एन्थ्रेक्नोज़ रोग से लड़ने में सक्षम होती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप तरबूज की अर्का मानिक किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में पहले अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। तरबूज की अर्का मानिक किस्म की खेती के लिए जल निकास वाली मध्यम काली, रेतीली दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है इसकी बुआई के लिए इस किस्म के बीजों का ही चुनाव करना चाहिए और बुआई से पहले बीजों का उपचार करना चाहिए। इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बुआई के बाद तरबूज की अर्का मानिक किस्म की फसल करीब 110-115 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप तरबूज की अर्का मानिक किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत बंपर पैदावार के साथ जबरदस्त कमाई भी देखने को मिलेगी। एक हेक्टेयर में तरबूज की अर्का मानिक किस्म की खेती करने से करीब 60 टन की पैदावार देखने को मिलती है आप इसकी खेती से एक एकड़ में लाखों रूपए की कमाई कर सकते है। तरबूज की अर्का मानिक किस्म की खेती बहुत फायदेमंद होती है। इसलिए इसकी खेती जरूर करनी चाहिए।