फरवरी के महीने में इस फसल की खेती बेहद लाभकारी साबित होती है क्योकि इसकी डिमांड बाजार में बहुत होती है तो चलिए इस लेख के माध्यम से इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
फरवरी के मध्य में करें इस फसल की खेती
सूरजमुखी फूल की खेती बहुत फायदेमंद मानी जाती है आज हम आपको सूरजमुखी की एक ऐसी वैरायटी की खेती के बारे में बता रहे है जो बहुत ज्यादा उत्पादन देने वाली होती है इसके फूलों की तथा बीजों और बीजों से निकलने वाले तेल की मांग बाजार में बहुत अधिक होती है। सूरजमुखी की इस किस्म की खेती में लागत और मेहनत दोनों कम होती है आप इसकी खेती से बहुत शानदार कमाई कर सकते है हम बात कर रहे है सूरजमुखी की मार्डन सूर्या किस्म की खेती की ये सूरजमुखी की एक लोकप्रिय किस्म है तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप सूरजमुखी की मार्डन सूर्या किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। सूरजमुखी की मॉडर्न सूर्या किस्म की खेती खरीफ़, रबी, और जायद ऋतु में की जाती है ये तिलहन फसलों की श्रेणी में आती है। इसकी खेती के लिए उचित जल निकासी वाली काली मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इसकी बुवाई के लिए इस किस्म के बीजों का ही चुनाव करना चाहिए और इसकी बुआई कतारों में करनी चाहिए। इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बुवाई के बाद सूरजमुखी की मार्डन सूर्या किस्म की फसल करीब 90 दिनों तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
सूरजमुखी की मार्डन सूर्या किस्म की खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलती है क्योकि इसके बीजों और तेल की डिमांड देशभर में बहुत होती है एक एकड़ में सूरजमुखी की मार्डन सूर्या किस्म की खेती करने से करीब 18-20 क्विंटल तक पैदावार होती है इसके बीजों से करीब 50% तेल निकलता है आप इसकी खेती से करीब 2 लाख रूपए की कमाई कर सकते है। सूरजमुखी की ये किस्म किसानों के लिए बहुत बहुत लाभकारी साबित होती है। इसलिए इसकी खेती जरूर करनी चाहिए।