गर्मियों में खरबूजे के अच्छे कीमत किसानों को मिलती है। इसलिए अगर किसान खरबूजे की अगेती खेती करते हैं तो उन्हें अच्छा खासा फायदा हो सकता है। लेकिन उसके लिए बढ़िया वैरायटी का चयन करना चाहिए तो चलिए इस लेख में आपको खरबूजे की किस्में बताते है, साथ खरबूजा की बुवाई कैसे करें और खरबूजा की खेती के लिए सरकार से क्या आर्थिक मदद दी जा रही है-
खरबूजे की किस्में
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार खरबूजा की कुछ बेहतरीन किस्म की जानकारी लीजिये। जिनकी खेती करके किसान अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। यहां पर खरबूजा की वैरायटी का नाम और कितने बीज की आवश्यकता पड़ेगी, उत्पादन कितना मिलेगा इसके बारे में पूरी जानकारी है-
- हरा मधु- यह बढ़िया किस्म है। इसकी खेती किसान कर सकते है। इससे अच्छा उत्पादन मिल जाएगा। आपको बता दे कि एक हेक्टेयर में इसे लगाते है तो 140 क्विंटल उपज मिल जाता है। इस किस्म के खरबूजे का छिलका हल्के रंग का और चिकना होता है जिसमें धारी बनी रही है। फल का वजन 800 से 900 ग्राम रहता है। वहीं एक पौधे से तीन से चार फल मिल जाते है। जिससे किसानों को ही फायदा है। बता दे कि इसके फल का गूदा हल्के रंग का मोटा, रसदार होता। इसका स्वाद जबरदस्त मीठा रहता है। जिससे ग्राहक इसे आसानी से खरीद लेंगे।
- हिसार मधुर– इस किस्म को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार ने द्वारा विकसित किया गया है। इस किस्म के खरबूजे के फल गहरे लाल रंग के होते हैं। इसके फलों में धारी होती हैं। इस वेरायटी के खजूर के गूदा सुगंधित होते है। वहीं रंग नारंगी रंग का होता है। जो अच्छा ही लगता है। इसकी खेती करेंगे तो 75 से 80 दिनों में फल मिल जाएंगे। जिससे समय पर मंडी जा सकेंगे।
- अर्का राजहंस– यह भी खरबूजे की अच्छी किस्म है। इसकी खेती में अगेती के समय पर करते है। इस किस्म के फल का भार 1.5 से 2 किलो तक रहता है। किसान एक हेक्टेयर में यह किस्म लगाएंगे तो 200 से 300 क्विंटल पैदावार मिल जायेगी। जिससे किसानों को फायदा होगा।
- पूसा शरबती– इस किस्म का चयन अगर किसान करते है तो उन्हें फायदा ही होगा। क्योकि इस किस्म के खरबूजे गोल आकर के होते है और छिलका हल्का नारंगी रहता है। इसका जालीदार, गूदा मोटा और बढ़िया रसदार रहता है। इस किम के फल 700 से 850 ग्राम के होते है। इस किस्म के खरबूजों की 3-4 दिन तक स्टोर कर सकते है। जल्दी ख़राब नहीं होता है। जिससे किसानों को नुकसान नहीं होगा।
यह भी पढ़े- सालभर ताज़ी हरी मटर का मजा लें बिना फ्रोजन मटर खरीदे, जानें हरी मटर स्टोर करने की ट्रिक
खरबूजा की खेती
खेती के लिए किसानों को कई तरह की योजनाओं से आर्थिक मदद मिल रही है। जिसमें खरबूजा की खेती की बात करें तो बिहार राज्य सरकार द्वारा तरबूज, खरबूज की बिचड़े पर 75% की सब्सिडी जा रही है। यहां पर किसानों को पांच प्रकार के गरमा बीज भी सब्सिडी पर मिलते हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार द्वारा भी बीते वर्ष खरबूज की खेती के लिए सब्सिडी जा रही थी तो इसके लिए किसान अपने कृषि विभाग में संपर्क कर सकते हैं और घर बैठे अपने राज्य की कृषि विभाग की आधिकारिक साइट से भी जानकारी ले सकते हैं और आवेदन कर सकते हैं।
किसान अपने क्षेत्र के कृषि विकास अधिकारी से भी संपर्क करके इस समय किस सब्जी की खेती के लिए, कितना अनुदान मिल रहा है इसकी जानकारी ले सकते हैं।
खरबूजा की खेती पर सब्सिडी
खरबूजे की बुवाई अगर किसान बढ़िया से करेंगे तो पैदावार भी बढ़िया मिलेगी। जिसमें 30 से 40 सेंटीमीटर चौड़ी नाली बनाये और बीज की बुवाई नाली के किनारो पर करें। पेड़ों पर 50 से 60 सेंटीमीटर की दूरी रखें। खरबूजे की अगेती खेती करना है तो जनवरी-फरवरी का समय बेहतर होता है। अभी भी किसानों के पास समय है मार्च में भी खरबूज की खेती की जाती है। तीन से चार महीना में खरबूजा की खेती करके अच्छी कमाई की जा सकती है। इससे किसानों को जितनी लागत आती है उससे तीन गुना कमाई हो जाती है। इसके अलावा बाजार की मांग और खरबूजे की गुणवत्ता और स्वाद पर भी निर्भर है, उससे कितनी अच्छी कमाई हो सकती है।