इस फसल की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी और मुनाफे वाली होती है क्योकि इसकी डिमांड बाजार में खूब अधिक होती है तो चलिए जानते है कौन सी फसल की खेती है।
फसल है या पैसा छापने की मशीन
इस फसल की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित होती है क्योकि इसकी खेती में लागत बहुत कम आती है और कमाई बहुत जबरदस्त देखने को मिलती है इसकी खेती में पानी की अधिक आवश्यकता होती है। इस फसल की खेती के लिए सर्दियों का मौसम बहुत अच्छा होता है। इसकी मांग बाजार में बहुत होती है क्योकि लोग इससे तैयार कॉफी का सेवन करना बहुत पसंद करते है आप इसकी खेती से बहुत शानदार मुनाफा कमा सकते है। हम बात कर रहे है चिकोरी की खेती की चिकोरी को कासनी भी कहा जाता है चिकोरी की जड़ों से कैफीन मुक्त कॉफ़ी बनाई जाती है जो मार्केट में बहुत डिमांडिंग होती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।

चिकोरी की खेती
अगर आप चिकोरी की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं आएगी। चिकोरी की खेती शीतोष्ण और समशीतोष्ण जलवायु में की जा सकती है। चिकोरी की खेती के लिए ढीली, उपजाऊ, और अच्छी जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते है इसके बीज आपको बाजार में आसानी से मिल जाएंगे। चिकोरी के बीजों को करीब ¼ इंच गहराई पर बोना चाहिए और पौधों को एक-दूसरे से 15-20 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाना चाहिए। चिकोरी के पौधों को गोबर की खाद के साथ नाइट्रोजन, फ़ॉस्फ़ोरस, और पोटैशियम से भरपूर उर्वरक देना चाहिए। बुवाई के बाद चिकोरी की फसल करीब 75 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप चिकोरी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई और बंपर पैदावार देखने को मिलेगी। एक हेक्टेयर में चिकोरी की खेती करने से करीब 20-25 टन कंद और 5-7 क्विंटल बीज मिलते है आप इसकी खेती से करीब 2 से 2.5 लाख रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। चिकोरी की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है। इसकी खेती जरूर करनी चाहिए।