खीरा की खेती में किसानों की कमाई है। गर्मियों में खीरे की डिमांड बढ़ जाती है। तब चलिए जानते है खीरे की खेती कैसे करें किसान-
खीरा की खेती
जनवरी-फरवरी में खीरे की खेती करने पर खीरा की मंडी में अच्छी कीमत मिलती है। जिससे किसानों को इस खीरा की खेती की उचित जानकारी और उन्नत किस्मों की तलाश है तो चलिए आपको खीरे की खेती की जानकारी देते है, उसके बाद किस्मों के बारें में भी जानेंगे-
- फरवरी में अगर खीरे की खेती करते है तो अप्रैल महीने की शुरुआत में उपज मिलने लगेगी। यह अगेती खीरा की खेती है जिससे किसानों को फायदा होगा।
- खीरा की खेती के लिए बलुई या दोमट मिट्टी अच्छी होती है।
- जमीन में पानी जमा नही होना चाहिए।
- खेत की मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 6.8 के बीच हो तो बेहतर होता है।
- खीरे की खेती में मल्चिंग विधि का इस्तेमाल करें।
- सिंचाई के लिए ड्रिप सिस्टम अपनाएँ। पानी की बचत होगी।
- खीरे की खेती के लिए प्रति एकड़ एक से डेढ़ (1.45) किलो बीजो की जरूरत पड़ती है।
- खीरे की खेती बेड बनाकर करें और पौधों को सपोर्ट दे। जिससे उपज अच्छी मिलेगी, गुणवत्ता भी बढ़िया होगी।
खीरा की किस्में
खीरे की खेती से अच्छी उपज लेने के लिए किसानों को उन्नत किस्मों का चुनाव करना चाहिए। जिसके लिए किसान अपने मंडी में भी जानकारी ले कि किस किस्म की अच्छी कीमत मिलती है। ग्राहकों की डिमांड क्या है। चलिए आपको यहाँ पर कुछ बेहतरीन किस्मों की जानकारी देते है-
- लांग ग्रीन
- पोइन सेट
- पूसा उदय
- स्वर्ण अगेती
- स्वर्ण पूर्णिमा
- पूना खीरा
- पंजाब सलेक्शन
- पूसा संयोग
- पूसा बरखा
- सिजेंटा कंपनी के बीज
- VNR की कृष
- NSC की पूसा संयोग
- डोमिनेटर
- डीपी-6
- बुश चैंपियन आदि।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।