जीरे की फसल के लिए बेहद घातक है यह रोग, जाने कैसे होगा इससे बचाव

On: Tuesday, January 28, 2025 4:00 PM

आज के समय में जीरे की खेती बहुत बड़े स्तर पर की जाती है अब ऐसे में कई किसानों को इस बात का खतरा बना रहता है कि इसमें कई तरह के रोग लग जाते हैं। साथ ही अगर फसल में रोग लगते हैं तब आपको ऐसे में फसल की सुरक्षा के लिए कई उपाय आजमानी चाहिए जिससे कि जीरे की फसल को सही तरह से इन रोगों से बचाया जा सके। इतना ही नहीं फसल अच्छे से ग्रोथ कर सके और अच्छा उत्पादन प्राप्त हो सके। आइए इसकी खेती को लेकर विस्तार से बताते हैं।

जीरे की फसल में लगने वाला रोग

जीरे की फसल में लगने वाले कई तरह के रोग होते हैं। जिससे जीरे की फसल को नुकसान पहुंचता है। जीरे की फसल में लगने वाले तीन तरह के रोग होते हैं जिसका नाम छाचा रोग, झुलसा रोग और उखता रोग या फिर विल्ट रोग है। इन लोगों से जीरे की फसल को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचता है। इतना ही नहीं इससे उत्पादन भी प्रभावित होता है साथ ही फसल बहुत बुरे तरीके से प्रभावित होती है।

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जीरे की फसल को रोग से कैसे बचाया जाए

इस रोग से जीरे की फसल को बचाने के लिए आपको कुछ खास उपाय करने होंगे जो कि कुछ इस प्रकार है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

  • जीरे की फसल को इस रोग से बचने के लिए आपको सबसे पहले खेत में प्रति हेक्टेयर के हिसाब से लगभग 8 से 10 टन गोबर खाद डाल देना है इसके बाद में आपको अच्छे से खेत से खरपतवार हटा देना है।
  • गर्मियों के समय में खेत में गहरी जुताई कर लेना चाहिए और खेत की सफाई पर खास ध्यान देना चाहिए।
  • जीरे की खेत में आपको जैविक खेती के जरिए लगभग 100 किलो सड़े हुए गोबर में एक किलो ट्राइकोडर्मा मिल लेना चाहिए और इसको छांव में 10 से 15 दिन तक रखना चाहिए जिससे कि इसके ऊपर हरि परत बन जाए और यह रोगों को नियंत्रित कर ले।
  • इसका खेत में अच्छे से छिड़काव कर दे मिट्टी और बी दोनों को सुरक्षित रखता है।
  • जीरे की खेत में आपको इसका अच्छे से स्प्रे कर देना चाहिए इससे पूरे फसल अच्छे से सुरक्षित रहती है। इस प्रकार आप जीरे की फसल को इस रोग से बचा सकते हैं।

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