देसी गाय गाय के पालन और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार आर्थिक मदद दे रही है। चलिए जानते है योजना के बारें में-
देसी गाय के लिए 30 हजार रु
देसी गाय का पालन करने के कई फायदे है। खेती में खाद-कीटनाशक की लागत कम हो जाती है और गाय का दूध-घी सेहत के लिए फायदेमंद है। इसकी बिक्री करके भी कमाई कर सकते है। गोबर और मूत्र से खाद कीटनाशक तैयार कर सकते है। यही सब देखते हुए हरियाणा सरकार किसानों की मदद के लिए खेती में जोखिम कम करने और इसे जहर मुक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है।
जिसमें सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत जिन किसानों के पास 2 से 5 एकड़ जमीन है और वे देसी गाय खरीदते हैं, उन्हें 30 हजार रुपये सालाना अनुदान दिया जाएगा। जिससे लागत कम हो जायेगी।
पोर्टल पर पंजीयन
अगर आप लाभ लेने के लिए इच्छुक है तो बता दे कि इस योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिनके पास देसी गाय है और जिन्होंने ‘मेरी फसल-मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन कराया है। हाल ही में खरीदी गई गायों की जांच शुरू हो चुकी है और जल्द ही सब्सिडी की राशि किसानों के खातों में जमा होगी। इससे पहले, गायों की वेरिफिकेशन न होने के कारण सब्सिडी की प्रक्रिया 7 महीने से रुकी हुई थी। अब जांच प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिससे किसानों को जल्द ही अनुदान मिल जाएगा। फिर कम खर्चे में कमाई के साथ खेती के खर्चे बचा लेंगे।
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कैसे करें आवेदन
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानें किसान इस योजना का लाभ उठाने के लिए कैसे करें आवेदन-
- अपने नजदीकी कृषि या पशुपालन विभाग में आवेदन जमा करें।
- आवेदन स्वीकृत होने के बाद गायों की जांच की जाएगी।
- जांच होने के बाद सब्सिडी की राशि सीधे बैंक खाते में मिलेगी।
जरूरी दस्तावेज
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानें योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को किन दस्तावेजों की जरूरत होगी-
- परिवार पहचान पत्र
- बैंक पासबुक
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर
- मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल में पंजीकरण।
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