नौतपा बना किसानों के लिए उपहार, नौतपा के फायदे गिनते-गिनते थक जाएंगे आप, जानिए कैसे नौतपा है किसानों के लिए बड़ा खास। क्योकि शहरी लोग तो है इस नौतपे से परेशान, तो फिर किसानों को इससे फायदा कैसे।
नौतपा है किसानों के लिए फायदेमंद
इस समय भयंकर नौतपा की गर्मी पड़ रही है। जिसमें 9 दिन सूर्य, पृथ्वी के बेहद करीब होने के कारण पृथ्वी पर बहुत ज्यादा गर्मी रहती है। जो की 2 जून तक चलेगा। इस तरह 2 जून तक नौतपा की भयंकर गर्मी लोगों को झेलनी पड़ रही है। लेकिन नौतपा के ये 9 दिन किसानों के लिए बहुत खास है। इससे किसानों को कई फायदे हैं, तो भले आपको इस गर्मी में परेशान होना पड़ रहा है। लेकिन इससे किसानों को फायदा ही फायदा है। तो चलिए जानते हैं हम कौन-से फायदे की बात कर रहे हैं।
कीटनाशक का पैसा बचेगा
खेत की मिट्टी में कई तरह के जीव-जंतु होते हैं, जो कि पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं। जिसके लिए हमें कीटनाशक का इस्तेमाल करना पड़ता है। लेकिन नौतपा की भयंकर गर्मी से फसलों को नुक्सान पहुंचाने वाले मिट्टी के जीवजंतु समाप्त हो जाते है। जिसके लिए अगर आप खेत की मिट्टी पलट देंगे तो जो जीव जंतु खेत में रहते हैं, उनके अंडे भी टूट जाएंगे। इस तरह के छोटे कीड़े-मकोड़े बिना किसी कीटनाशक के ही समाप्त हो जाते हैं। जिससे कीटनाशक का पैसा बचेगा।
वहीं कीटनाशक के ज्यादा इस्तेमाल से मिट्टी और खराब हो होती है, तो एक तरह से मिट्टी का भी नुकसान होने से बच जाएगा। लेकिन किसान अगर कीटनाशक डालते है तो केमिकल वाली कीटनाशक का इस्तेमाल करने से थोड़ा बचे। जितना हो सके देशी चीजों का इस्तेमाल करें।
मिट्टी की बीमारी होगी दूर
बीमारी में अगर कोई बीमारी/रोग है तो वह भी दूर हो जाता है। इसलिए अगर मिट्टी में कोई भी आपके रोग है, तो प्रचंड गर्मी से रोग मुक्त हो जाती है। इसके लिए कोई अलग से उपजार नही करना पड़ेगा।
इन किसानों के लिए नौतपा लाभदायक
इसके अलावा में किसानों को एक और फायदा किया है कि अगर कीट और मिट्टी के रोग समाप्त हो जाते हैं तो पैदावार बढ़ेगी। जी आपको बता दें कि अब कई किसान ऐसे हैं जो धान की खेती करेंगे। लेकिन कुछ ऐसे भी किसान है जो की ग्वार, मूंग, बाजरा, तिल, चौमासा और मूंगफली की खेती भी कर सकते हैं। जिनमें इन किसानों को बड़ा फायदा होने वाला है। क्योंकि नौतपा के बाद मिट्टी बेहद उपजाऊ हो जाती है। इस तरह नौतपा के 9 दिन की जो ना-बर्दाश्त होने वाले गर्मी किसानों के लिए भगवान का दिया हुआ उपहार ही है।