धान की कालाबाजारी के चलते 5000 से ज्यादा धान के कट्टे हुए गायब, केंद्र प्रभारी और ऑपरेटर को किया गया निलंबित

हाल ही में छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से नया मामला सामने आया है जिसके तहत धान की कालाबाजारी के चलते खड़गवां केंद्र में भौतिक सत्यापन के चलते लगभग 5728 धान के बोरे गायब है। आपको बता दे यहां की धान समिति केंद्र से लगभग टोटल 72 लाख का 2291 क्विंटल धान गायब हो चुका है। इस मामले को देखते हुए इस खरीदी केंद्र के प्रभारी अनिल गुप्ता और ऑपरेटर अनिल भगत को यहां से निलंबित कर दिया गया है।

जानकारी मिलने के बाद में कलेक्टर के आदेश पर खाद्य अधिकारी की टीम में यहां पर छापा मारा था। यह पूरा मामला छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर के मैनपाट ब्लॉक के खड़गवां धन समिति केंद्र का है। जहां पर धान से संबंधित गड़बड़ी देखी गई है।

धान खरीदी

बीते कई सप्ताह पहले ही धान का उठाव लगभग 20 मिट्रिक टन हुआ था। इसमें लगभग 52 मैट्रिक धन अभी भी समितियां में डंप था। जिसको लेकर धान समितियां टेंशन में थी। मार्कफेड की नीति के बारे में बात करें तो लगभग तीन दिन में धान का उठाव किया जाएगा ऐसी नीति बनाई गई है वही एक महीने के अंदर ज्यादा होने की वजह से सुखत बढ़ती नजर आ रही है।

जिसके चलते समितियां द्वारा घोषित तौर पर किसानों से 40 किलो की जगह पर 41 से 42 किलो धान खरीद रही है। अब ऐसे में कस्टम मीनिंग नीति द्वारा मार्कफेड द्वारा खरीदी केंद्रों में 72 घंटे में धान का उठाव का प्रावधान तय किया गया था। मिलर्स से अनुबंध होने के बाद अब उठाव में तेजी देखने को मिली है।

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धान का उठाव

धान खरीदी के चलते मिलर्स ने धान का उठाव भी शुरू किया था वहीं अब तक लगभग 40.24 लाख मिट्रिक टन धन का उठाव के लिए डिओ ओर टीओ जारी किया जा चुका है। बता दे कि इसके साथ ही 21.58 लाख मिट्रिक टन धान का उठाव भी किया जा चुका है। मिलर्स के साथ अनुबंध न होने की वजह से उठाव नहीं हो पाया था।

वही इस उठाव के रुकने की वजह से राज्य भर के लगभग 2739 खरीदी केंद्रों में से 2000 समितियां में दो से तीन गुना ज्यादा बफर स्टॉक पड़ा हुआ था। जिसके चलते खरीदी भी बहुत प्रभावित हुई साथ ही जैसे ही मिलर्स के साथ अनुबंध हो जाने के बाद में उठाव शुरू हुआ है। वहीं अब तक केवल 1300 समितियां में बफर स्टॉक है जिसको देखते हुए स्थिति के मुताबिक उठाव कार्य तेजी के साथ चल रहा है।

केंद्र प्रभारियों को किया गया निलंबित

सेवा सहकारी समिति मल्हार में धान खरीदी केंद्र में ज्यादा मात्रा में बफर लिमिट से अधिक होने की वजह से बीते 15 दिनों में टोकन भी बंद कर दिया गया है वही यह किसानों की चिंता का कारण बन चुका है। हालांकि कहां जा रहा है कि 12 दिसंबर से टोकन मिलने की साइड बंद कर दी गई थी लेकिन वही 15 जनवरी तक टोकन काटा गया है।

कलेक्टर द्वारा मल्हार क्षेत्र के भरारी धान खरीदी केंद्र के प्रभारी जगजीवन कुरे को हटाने के निर्देश जारी हुए थे। साथ ही पूरे के विरुद्ध धान खरीदी में गड़बड़ी और लापरवाही के कई आप भी लगे थे जिसके चलते उनका निलंबित कर दिया गया है।

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