Agricultural Tips: प्याज में लगने वाले ये 3 रोग, घटा देंगे पैदावार, जानिए इनके लक्षण और उपचार

प्याज की फसल में कई तरह की समस्याएं देखी जाती हैं, जिसमें तीन मुख्य बीमारियां हैं। चलिए इस लेख में आपको इन बीमारियों के नाम लक्षण और उपाय बताते हैं-

प्याज की खेती

प्याज की खेती में किसानों को मुनाफा है। प्याज की डिमांड हमेशा बाजार में बनी रहती है। प्याज की खेती के लिए सरकार सब्सिडी भी दे रही है। प्याज में औषधीय गुण भी है। प्याज की खेती में अगर खाद-पानी का सही ध्यान रखा जाए, कार्बनिक खाद डाला जाए, तो अच्छी पैदावार ली जा सकती है। प्याज की फसल में कई तरह की बीमारियां भी आती है जिससे उत्पादन घट जाता है। चलिए अब जानते हैं प्याज की फसल में लगने वाले तीन रोगों के नाम, उससे होने वाले नुकसान और उपचार के बारे में।

प्याज में लगने वाली 3 बीमारियां

नीचे लिखे तीन बिंदुओं के अनुसार प्याज में लगने वाले तीन रोगों के बारे में जाने-

  • प्याज में पिंक रूट यानी की गुलाबी जड़ रोग की समस्या देखी जाती है। इस रोग के होने से जड़ गलने लगती है। जड़ों को नष्ट करने वाला यह रोग है। जिससे पौधे को नुकसान होता है। इससे प्याज की जड़े हल्की गुलाबी दिखाई पड़ती है। जड़ों में सिकुड़न देखा जाता है और धीरे-धीरे जड़े गलने लगती हैं इससे पत्तियां भी मुरझा जाती है, पौधे का विकास रुक जाता है।
  • प्याज में लगने वाली दूसरी बीमारी की बात करें तो सफेद धब्बे दिखाई पड़ते हैं, इसके कई कारण होते हैं। जिसमें से एक कारण होता है जलेबी रोग। जिससे प्याज की पत्तियां और घुमावदार होने लगते हैं। जिससे जलेबी की आकृति बनती है। धूप के कारण भी प्याज की फसल में सफेद और पीले धब्बे पड़ते हैं।
  • प्याज की फसल में नेमाटोड संक्रमण भी देखने को मिलता है। नेमाटोड एक छोटा क्रीमी जीव होता है। नेमाटोड के कारण जड़े कमजोर होती हैं। पत्तियों और बल्ब विकृत हो जाते हैं। इससे पैदावार घटती है। नेमाटोड होने के कारण पत्तियां पीली भी होती है, बल्ब का रंग उड़ने लगता है, बल्ब की गर्दन पर नर्माहट देखने को मिलती है।

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तीनो बीमारियों के उपचार

नीचे लिखे तीन बिंदुओं के अनुसार बीमारी का नाम और उसके उपचार के लिए बताए गए फंगीसाइड का इस्तेमाल करें-

  • पिंक रूट यानी की गुलाबी जड़ के लिए इस Metalaxyl कवकनाशी का इस्तेमाल कर सकते हैं। मात्रा की बात करें तो 2 ग्राम 1 लीटर पानी में मिलाकर इस्तेमाल करना है।
  • अगर प्याज की फसल में सफेद धब्बे दिखाई पड़ते हैं तो उसके लिए किसान इस Copper Oxychloride रासायनिक कवकनाशी का इस्तेमाल कर सकते हैं। मात्रा की बात करें तो 3 ग्राम 1 लीटर पानी में मिलाकर उपयोग करना है।
  • अगर किसानों को अपनी फसलों में नेमाटोड दिखाई देता है तो इससे उपचार करने के लिए इस Carbofuran कीटनाशक का इस्तेमाल कर सकते हैं। मात्रा की बात करें तो 1 किलो 1 एकड़ में इस्तेमाल करना है। जिससे इस रोग से छुटकारा मिल जाएगा। पैदावार घटने से बच जाएगी।

नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी (Agricultural Tips) किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

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