बीते साल के मुकाबले प्याज के दामों में दर्ज की गई 50% गिरावट। साल 2025 के आते ही प्याज के दामों में 50% के गिरावट दर्ज की जा चुकी है। प्याज के गिरते दामों से आम जनता को राहत मिल चुकी है साथ ही लोगों के बजट को संतुलन मिल चुका है। एमपी की मंदसौर मंडी में प्याज की बंपर आवक चल रही है। जिसके चलते किसानों को उचित कीमतें नहीं मिल पा रही है। प्याज की कीमतों में दिसंबर महीने में बहुत तगड़ी गिरावट आई थी जिसके चलते किसान बहुत ज्यादा परेशान थे।
वही आम जनता इस बात से बहुत खुश है। ऐसे में व्यापारियों का कहना है कि बाकी राज्यों में मांग भी बहुत कम हो चुकी है। किसानों को बहुत नुकसान झेलना पड़ रहा है क्योंकि पहले सप्ताह में प्याज के दाम लगभग ₹4000 प्रति क्विंटल थे तो वही नए साल के आते ही₹2000 प्रति क्विंटल प्याज के दाम हो चुके हैं।
प्याज के दाम में गिरावट
जहां एक महीने पहले किसानों में खुशी की लहर दौड़ रही थी कि प्याजो के दाम बहुत हाई जा रहे हैं वही दाम में गिरावट आने की वजह से किसानों में उदासी का माहौल छा गया है। मंदसौर मंडी में दिसंबर के पहले ही हफ्ते में प्याज के दाम लगभग 3750 से ₹4000 प्रति क्विंटल थे जो की अब गिरकर 2500 रुपए तक ही सीमित रह गए हैं जो एक भारी गिरावट है।
बता दे कि ऐसे में किसानों का कहना है कि प्याज की खेती में लगाई हुई लागत भी नहीं निकल पा रही है। वही एक हफ्ते पहले प्याज के दाम ₹1500 प्रति क्विंटल थे। इसके बाद व्यापारियों का तर्क है कि आगे से ही दाम निर्धारित होते हैं। मांग कम होने की वजह से दाम गिर चुके हैं।
प्याज की आवक में बढ़ोतरी
कृषि उपज मंडी में बीते 2 महीने से प्याज की आवक बहुत ज्यादा हो चुकी है। बता दे मंदसौर मंडी में बाकी जिलों में प्याज आयात होता है, लेकिन प्याज के दाम लगातार गिर रहे हैं। जिसके कारण किसान निराशा में है इतना ही नहीं किसानों की समस्याएं भी बढ़ती नजर आ रही है। प्याज के दाम में बीते महीने में लगभग 1500 से ₹2000 प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं कृषि उपज मंडी में सबसे ज्यादा आवक प्याज और लहसुन की होती है।
सोमवार को किसानों को प्याज का मूल्य लगभग 800 से 2650 रुपए प्रति क्विंटल मिला है। वही 26 दिसंबर 1956 को प्याज की कीमत लगभग 2021 रुपए प्रति क्विंटल थी वही 27 दिसंबर 1956 को की कीमत लगभग 2081 रुपए रह गई है। इतना ही नहीं 23 दिसंबर को किसानों को प्याज की सबसे ज्यादा कीमत ₹1500 प्रति क्विंटल तक मिल पाई है।
महाराष्ट्र और राजस्थान के साथ गुजरात में प्याज की डिमांड
गुजरात महाराष्ट्र राजस्थान के साथ-साथ राज्यों में प्याज मंदसौर से भेजा किया जाता है। ऐसे में व्यापारियों का कहना है कि फिलहाल प्याज के दामों में गिरावट आई है क्योंकि इन राज्यों से मांग अब बहुत ही कम आ रही है। किसानों का कहना है कि प्याज की कीमत 1 महीने में लगभग 2000 से भी अधिक गिर गई है। अब प्याज लगभग प्रति क्विंटल 1500 से ₹2000 बिक रहा है। ऐसे में प्याज के दामों में गिरावट की वजह से किसानों में नाराजगी छाई हुई है।
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