लेट ब्लाइट नामक खतरनाक रोग आलू-टमाटर की फसल को बर्बाद कर सकता है तो चलिए जानते हैं यह रोग होने का कारण क्या है, इससे अपनी फसल को कैसे बचा सकते हैं-
बारिश के बाद लेट ब्लाइट रोग
बारिश के बाद आलू-टमाटर की फसल में लेट ब्लाइट नामक रोग की समस्या आ जाती है। यह एक खतरनाक रोग है। इसकी पहचान की बात करें तो पत्तियां काली पीली पड़ने लगती हैं। पत्तियों में पानी के छोटे-छोटे धब्बे बन जाते हैं। पत्तियों के ऊपर पानी जमने लगता है। पत्तियों में बैगनी और भूरे रंग के धब्बे भी नजर आते हैं। लेट ब्लाइट रोग लगने के कारण पत्तियां धीरे-धीरे गलने लगती हैं और फसल एक सप्ताह के भीतर ही खराब हो सकती है।
इस रोग से अपनी फसल को बचाने के लिए किसान दो तरह के उपाय कर सकते हैं। अगर बड़े पैमाने पर खेती कर रहे हैं तो दवाई का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर अपने बगीचे में खाने के लिए अपने आलू टमाटर लगा रखा है तो उसके लिए घरेलू उपाय भी यहां पर हम बताएंगे।
लेट ब्लाइट रोग से बचाव
नीचे लिखे दो बिंदुओं के अनुसार कमर्शियल और घर में खाने के लिए आलू टमाटर उगाने वाले किसान लेट ब्लाइट रोग से अपनी फसल का बचाव कैसे करें यह जानें-
- अगर आपने कमर्शियल यानी की बिक्री करने के लिए आलू टमाटर की खेती की है तो इसके लिए Ridomil gold फंगीसाइड का इस्तेमाल कर सकते हैं। मात्रा की बात करें तो 2 ग्राम पाउडर 1 लीटर पानी में मिलाकर फसल में छिड़कना है।
- अगर आपने छोटे से बगीचे में थोड़ा बहुत आलू, टमाटर लगा रखा है और उसमें यह रोग दिखाई देता है तो उसके लिए एक चम्मच बेकिंग सोडा में पांच एमएल के करीब नीम तेल और थोड़ी सी मात्रा में लिक्विड शोप 1 लीटर पानी में इन तीनों चीजों को मिलाना है और फसल में स्प्रे करना है।
यह स्प्रे आप सुबह या शाम के समय कर सकते हैं। इससे फसल खराब नहीं होगी। लेट ब्लाइट गर्म या गीले मौसम में तेजी से फैलने लगता है। इससे पौधे सड़ने लगते हैं।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।