किसानों के लिए ये फसल की खेती बेहद फायदेमंद है कुछ किसानों के मन में अक्सर एक विचार रहता है की क्या कोई ऐसी भी फसल है जिसकी खेती में कम लागत के साथ कम समय लगे और उपज तथा कमाई अधिक हो सके। तो चलिए इस लेख के माध्यम से हम आपको एक ऐसी ही फसल की खेती के बारे में बता रहे है।
सैकड़ों बिमारियों की एक दवा
आज हम आपको एक ऐसे औषधीय जड़ी बूटी के बारे में बता रहे है जो कई अनेक बिमारियों का एक इलाज होती है इस पत्ती का इस्तेमाल न सिर्फ दवाई बनाने में किया जाता है साथ ही इससे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट भी तैयार किये जाते है जो बहुत फायदेमंद साबित होते है इसलिए इसकी डिमांड बाजार में बहुत अधिक मात्रा में होती है। आप इस फसल की खेती से बहुत शानदार कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है मेथा की खेती की मेंथा एक खुशबूदार पोषक तत्वों से भरपूर पत्ती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

मेंथा की खेती
मेंथा की खेती मुनाफे का सौदा साबित होती है। मेंथा की खेती के लिए जनवरी में नर्सरी तैयार करनी होती है। मेंथा की खेती के लिए जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है। इसकी खेती के लिए पहले खेत में गहरी जुताई करनी चाहिए फिर मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए। मेंथा की खेती के लिए रासायनिक खाद के तौर पर यूरिया या डीएपी का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके पौधे बीज और कटिंग दोनों के माध्यम से लगाए जा सकते है। बुवाई के बाद मेंथा की फसल करीब 90 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
मेंथा की खेती से कमाई
अगर आप मेंथा की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत शानदार कमाई देखने को मिलेगी क्योकि बाजार में इसका तेल बहुत डिमांडिंग होता है इसकी पत्तियों से कई चीजें तैयार की जाती है जो मार्केट में खूब बिकती है एक हेक्टेयर में मेंथा की खेती करने से करीब 100 लीटर तक तेल का उत्पादन हासिल किया जा सकता है। मेंथा की खेती से एक हेक्टेयर में 42 से 44 टन फसल मिल सकती है। आप इसकी खेती से 3 से 3.5 लाख रूपए की कमाई आराम से कर सकते है।