गेंहू के बढ़ते भाव पर को कम करने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। चलिए जानें कैसे आम आदमी को मिलेगी राहत।
MSP से दोगुने हुए गेंहू भाव
गेंहू के भाव बढ़ते ही जा रहे है। कई राज्यों में गेंहू की कीमत MSP से भी ज्यादा है। जिससे आम आदमी को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। जिसमे आपको बता दे कि उपभोक्ता मामलों के विभाग के मूल्य निगरानी प्रभाग के अनुसार 20 नवंबर, 2024 को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और गोवा की मंडियों में थोक मूल्य अधिकतम 5,800 रु क्विंटल थी। इस तरह आप देख सकते भाव कैसे आसमान छू रहे है। लेकिन अब महंगाई से राहत मिलेगी। चलिए जाने सरकार ने क्या फैसला लिया है।
गेंहू की कीमत होगी कम
गेंहू की कीमत को कम करने, नियंत्रित करने के लिए सरकार ने विचार किया है। जिसके बाद यह फैसला लिया गया कि मार्च 2025 तक 25 लाख टन एफसीआई गेहूं की बिक्री की जायेगी। जिससे खाद्य पदार्थों में महंगाई पर रोक लगेगी। यानि कि गेहूं की बिक्री सरकार की ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) पहल में की जायेगी। जिसका प्रबंधन भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) करेगी। इस तरह अब गेंहू के बढ़ते भाव थम जाएंगे। चलिए जानते गेंहू के बिक्री भाव क्या तय किये गए है।
किस दाम में होगी गेंहू की बिक्री
गेंहू की बिक्री किस दाम में होगी यह भी तय कर दिया गया है। जिसमें खाद्य मंत्रालय के अनुसार ओएमएसएस में गेहूं का आरक्षित मूल्य निष्पक्ष और औसत गुणवत्ता (FAQ) अनाज के लिए करीब 2,325 रु क्विंटल रहेगी। वही थोड़ी कम गुणवत्ता (URS) अनाज 2,300 रु क्विंटल में बिकेगा। इस तरह कीमत आज बढ़ी हुई कीमत से कहीं कम है। बता दे कि बीते वर्ष भारतीय खाद्य निगम ने ओएमएसएस के तहत थोक उपयोगकर्ताओं को लगभग 10 लाख टन से ज्यादा ही गेंहू बेंचा था। इस वर्ष भी फायदा ही होगा। चलिए जानें कैसे होगी बिक्री।
कैसे, किन लोगो को होगी गेंहू की बिक्री
कैसे, किन लोगो को होगी गेंहू की बिक्री इस बात को भी निश्चित कर दिया गया है। जिसमे बताया जा रहा है कि गेहूं की बिक्री निजी पार्टियों को ई-नीलामी के द्वारा की होगी। वहीँ बिक्री के समय की बात करें तो 31 मार्च, 2025 तक निजी पार्टियों को बिक्री होगी। लेकिन एफसीआई गेहूं की थोक उपयोगकर्ताओं को बिक्री कब होगी इसके बारें में अभी जानकारी नहीं मिली है। लेकिन जल्द ही इसके बारें में पता चल सकता है।