तकनीकी और जुगाड़ का इस्तेमाल करते हुए किसान ने लगा दिए 5 किलोमीटर तक सहजन के पेड़, मार्केट में हो रही पत्तियों से लेकर फलों तक सब की खूब बिक्री
किसान राजेश यादव
आज हम आपको एक ऐसे किसान के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने खेती की एक नई पहल की है। इस किसान ने अलग तरह की तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए एक नई खोज कर दी है। इतना ही नहीं इस खेती के जरिए किस ने गांव की टोटल 200 महिलाओं को रोजगार देने की नई पहल की है। किसान की इस नई पहल से महिलाओं को आर्थिक रूप से सहायता मिली है।
महिलाओं को मिला रोजगार
आजमगढ़ जिले के साथियों ब्लॉक के संग्रामपुर गांव के रहने वाले निवासी राजेश यादव ने जो इस नई तकनीकी से खेती का तरीका अपनाया है इससे कई महिलाओं को रोजगार मिला है। इस रोजगार मिलने के कारण महिलाओं को आर्थिक रूप से बहुत बड़ी सहायता प्रदान हुई है।
सहजन का इस्तेमाल
सहजन एक ऐसा पेड़ है जिसके लकड़ी से लेकर इसके पत्तों तक सब कुछ बहुत उपयोगी होता है। सहजन के पेड़ से लेकर इसकी पत्तियां हर चीज का इस्तेमाल किसी न किसी चीज में किया जाता है। सहजन के पत्तों से पाउडर, अचार व लड्डू तैयार किया जाता है। इतना ही नहीं है मार्केट में अच्छे दामों में बिकता भी है।
अधिकारियों के सहयोग से शुरू की खेती
किसान का कहना है कि उन्होंने इस खेती को खुद के खेतों से शुरू किया जिसके साथ-साथ इसमें सरकार की जमीन भी शामिल है। इतना ही नहीं इन्होंने सड़कों के किनारो पर भी सहजन के पेड़ लगाए। किसान ने सरकार की भूमि पर पेड़ लगाने के लिए गांव के प्रधान क्षेत्र के वीडियो आदि संबंधित अधिकारियों से बातचीत की इसके बाद उनको इन अधिकारियों ने परमिशन दी इस प्रकार उन्होंने अधिकारियों के सहायता से इस सहजन के पेड़ो को लगाया।
यह भी पढ़े: किसान ने मेहनत की बदौलत बदली खेती की तस्वीर, बंजर जमीन में फसल उगाकर बन गए लोगों के लिए प्रेरणा
सहजन के पेड़ों से कमाई
किसान ने इन सहजन के पेड़ों को सरकारी जमीन पर भी लगाया है जिसमें उन्होंने 5 किलोमीटर तक 10000 सहजन के पेड़ लगाए हैं। आपको बता दे यह सजन के पेड़ लगभग तीन बार फल देते हैं। इसकी मार्केट में खूब ज्यादा डिमांड होने के कारण इससे अच्छी कमाई होती है। सहजन के पेड़ से लेकर पत्ती तक सब कुछ मार्केट में अच्छे दामों में बिकता है। इस प्रकार सहजन के पेड़ों से अच्छी खासी कमाई हो रही है।