गेहूं-चना-मसूर जैसी रबी फसलों के किसानों की हुई चांदी, 80% छूट के बाद मिल रहे सस्ते में उन्नत किस्म के बीज, जानिए योजना का नाम।
रबी फसलों के बीजों पर 50 से 80% तक की छूट
वह किसान जो रबी फसल की खेती करने जा रहे हैं उनके लिए बड़ी खबर है। आपको बता दे की सरकार आपको उन्नत किस्म के बीच 50 से 80% तक के छूट पर देगी। जिससे अच्छी पैदावार भी मिलेगी और आपको बीजों की कीमत भी कम चुकानी पड़ेगी। दरअसल हम बात कर रहे हैं गेहूं चना मसूर सरसों राई जैसी दलहन और तिलहन जैसी फसलों की खेती करने वाले किसानों की। जिन्हें कृषि विभाग द्वारा सब्सिडी पर बीज दिए जा रहे हैं तो चलिए आपको बताते हैं योजना क्या है, जिसके अंतर्गत यह लाभ, कैसे मिलेगा।
इस योजना के अंतर्गत सस्ते में बीज प्राप्त करें किसान
किसानों को हर फसल के बीज अलग-अलग योजनाओं के अंतर्गत सब्सिडी पर दिए जाएंगे, तो चलिए नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार योजना का नाम और उनके अंतर्गत मिलने वाली बीजों पर सब्सिडी के बारे में जानिए।
- सबसे पहले हम बात कर लेते हैं गेहूं के किसानों की तो आपको बता दे की गेहूं के बीज किसानों को 50% अनुदान के बाद मिल रहा है। जिसमें बिहार के किसान अपने पास के राज्य बीज निगम कृषि विभाग में संपर्क कर सकते हैं।
- इसके बाद मसूर और चना के बीजों की बात करें तो 80% की सब्सिडी इन पर किसानों को मिल रही है। जिसमें राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत 78.5 में चना के बीज किसान खरीद सकते हैं और 106.8 रुपए में मसूर के बीज मिल जाएंगे। वही मटर की बात करें तो 11.6 रुपए में मटर के बीच किसानों को मिलेंगे।
- किसानों को मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना के अंतर्गत 80 % तक की सब्सिडी बीजों पर दी जा रही है।
कैसे मिलेगा लाभ
बिहार के किसानों को कृषि विभाग के द्वारा बीज बांटे जा रहे है। रबी फसलों की खेती का समय बीत रहा है, इसलिए किसानों को जल्द से जल्द संपर्क करना चाहिए। ऑनलाइन किसान आवेदन कर सकते हैं। जिसके लिए बिहार राज्य बीज निगम या फिर डीबीटी पोर्टल से भी लाभ प्राप्त करके अनुदानित दरों पर कम दामों में बीज खरीद कर अच्छी पैदावार ले सकते हैं। क्योंकि यह बीज उन्नत किस्म के होंगे। जिससे किसानों की आय बढ़ेगी। यही सरकार का भी उद्देश्य है कि किसानों को बढ़िया गुणवत्ता वाले बीज कम दामों में हम दे।
क्योंकि सरकार का उद्देश्य है कि इस साल हम 1,78,000 हेक्टेयर में रबी फसलों की खेती करें और किसानों की आय में वृद्धि हो। इस तरह राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के द्वारा किसानों को दलहन, गेहूं, गन्ना, उत्पादन के लिए अनुदान दिया जा रहा है। जिसमें किसानों को भी लाभ होगा।