पराली जलाया तो किसान होंगे कंगाल, 15000 रु देना होगा जुर्माना और FIR होगी दर्ज, ये किसान तुरंत पढ़े खबर।
पराली जलाने से किसानों को नुकसान
फसल काटने के बाद खेत में बचा अवशिष्ट पदार्थ और भूसा/पराली कुछ किसान जला देते हैं। जिससे कई नुकसान होते हैं। सबसे पहला नुकसान तो किसान को ही है। किसान के खेत की मिट्टी खराब होती है, पर्यावरण प्रदूषण होता है, और किसान की सेहत भी खराब होती है। लेकिन सभी किसानों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। जिसके वजह से वह पराली जला देते हैं। लेकिन सरकार अब इसको लेकर गंभीर है। जिसमें किसानों को बड़ी सजा मिलेगी। तो चलिए आपको बताते हैं किस राज्य सरकार का यह ऐलान है और यहां पर किसानों के हित में क्या फैसला लिया गया।
पराली जलाने पर 15000 रु का जुर्माना
पराली जलाने के लिए सरकार ने मना किया है। लेकिन फिर भी कई किसान जला रहे हैं। इसलिए सरकार कड़े कदम उठा रही है। जिसमें आज हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की। जहां पर किसानों के निर्देश दिए गए हैं कि अगर दो एकड़ से 5 एकड़ के किसान पराली जलाते है तो ₹5000 और 5 एकड़ से अधिक जिनके खेत है वह पराली जलाते हैं तो ₹15000 का जुर्माना लगेगा। अगर किसान मना करने के बावजूद दोबारा भी दोषी पाए जाते हैं तो उन पर FIR दर्ज की जाएगी। लेकिन यहां पर किसानों के हित में भी एक फैसला लिया गया है तो चलिए उसके बारे में जानते हैं।
पराली की खाद बनाने पर सरकार करेगी मदद
पराली जलाने पर किसानों को सजा मिलेगी। लेकिन अगर इस पराली से किसान खाद बना लेते हैं तो सरकार उनकी मदद करेगी। जी हाँ पराली से खाद बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से 80% की सब्सिडी दी जा रही है। इस तरह किसान 80% अनुदान लेकर सिर्फ 20% खर्च करके पराली से खाद आसानी से बना कर खाद का भी पैसा बचा सकते हैं। मिट्टी को उपजाऊ बना सकते हैं, पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोक सकते हैं।