800 रुपये प्रति किलो बिकता है ये फल का बीज, 1 एकड़ में खेती से होती है धुंआधार कमाई समेत छप्परफाड़ उत्पादन, जाने नाम और काम।
800 रुपये किलो बिकता है ये बीज
इस फसल की खेती बहुत लाभकारी होती है इसकी खेती में लागत से कई गुना बहुत ज्यादा तगड़ा प्रॉफिट होता है। इस फल के बीज बाजार में बहुत ज्यादा डिमांडिंग होते है पूरी दुनिया इस बीज से तैयार की गई चीज को खाने की दीवानी होती है क्योकि ये स्वाद में बहुत ज्यादा लाजवाब होते है जिससे इस बीज की मांग बाजार में बहुत अधिक मात्रा में होती है आप इसकी खेती से बहुत ज्यादा जबरदस्त कमाई कर सकते है और अच्छा शानदार मुनाफा कमा सकते है। हम बात कर रहे है चॉकलेट की यानि कोको की खेती की कोको की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है तो चलिए जानते है इसकी खेती कैसे की जाती है।
कैसे करें खेती
अगर आप इस फसल की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानना होगा जिससे आपको खेती करने में आसानी रहेगी और आप इसकी खेती में सफल हो सकेंगे। कोको की खेती के लिए 18 डिग्री से 32 डिग्री सेल्सियस तापमान सबसे उपयुक्त माना जाता है। कोको की खेती के लिए चिकनी दोमट और रेतीली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है मिट्टी का पीएच मान 6 से 7.5 के बीच होना चाहिए। कोको के पौधों के लिए मिट्टी की गहराई 1.5 मीटर होनी चाहिए और मिट्टी में जैविक खाद डालनी चाहिए इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जा सकते है एक एकड़ में इसके करीब 500 पौधे लगाए जाते है बुवाई के बाद इसके फलों की 3 साल बाद हार्वेस्टिंग की जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप कोको की खेती करते है तो आपको इसकी खेती में बहुत शानदार कमाई देखने को मिलेगी क्योकि इसकी बाजार में सालभर भरपूर डिमांड होती है जिससे इसकी बिक्री बहुत अधिक मात्रा में होती है। एक एकड़ में इसके 500 पौधे लगाए जाते है इसके एक पौधे से 3 किलो बीज निकलता है इसके बीजों को सूखने के बाद बाजार में करीब 800 रुपये प्रति किलो की कीमत पर बेचा जाता है इसके एक पौधे से 2400 रुपये मिलते है और 500 पौधों से करीब 12 लाख रुपये की कमाई होती है। इसकी खेती की लागत हटा दें तो इसकी खेती से करीब 10 लाख रुपये का शानदार मुनाफा हो सकता है।
कितनी आएगी लागत
अगर आप कोको की खेती करते है तो आपको इसकी खेती एक एकड़ में करने के लिए करीब 2 लाख रुपये की लागत आ सकती है क्योकि इसकी खेती में कुछ चीजों का खर्चा होता है जैसे…
- बीज
- खाद
- सिंचाई
- देखभाल
- पौधों की खरीद
- मजदूर की मजदूरी