15 हजार रु लगाकर 40 लाख रु कमा रहे अजीत कुमार जी, मधुमक्खी पालन से बदली तकदीर, जानिये कैसे।
मधुमक्खी पालन से बदली तकदीर
मधुमक्खी पालन कमाई का एक बढ़िया विकल्प है। अगर आप शहद का व्यवसाय करते हैं तो आजकल इसकी बढ़िया कीमत है। लोग सेहत के प्रति जागरूक हो रहे हैं। अच्छी क्वालिटी के शहद की बाजार में खूब डिमांड रहती है। जिसमें आज हम आपको एक ऐसे सफल मधुमक्खी पालक की जानकारी देने जा रहे हैं जो मधुमक्खी पालन से आज 40 से 45 लाख रुपए हर साल कमाई कर रहे हैं। जबकि इन्होंने ₹15000 यह व्यवसाय शुरू किया था।
आप देख सकते हैं इसमें इन्हें कितना ज्यादा मुनाफा हुआ है। इसीलिए हम आपको इनके बारे में बताना चाहते हैं तो चलिए जानते हैं इन्होंने कैसे शुरुआत की और अब इनका व्यवसाय कितना आगे बढ़ चुका है।
2003 में ली थी ट्रेनिंग
किसी भी काम को अगर ट्रेनिंग लेकर विशेषज्ञों के अंदर काम किया जाए तो उसमें सफलता मिलने की ज्यादा उम्मीद रहती है। जिसमें अजीत कुमार जी ने भी यही किया है। उन्होंने साल 2003 में मधुमक्खी पालन की ट्रेनिंग ली। उसके बाद उन्होंने अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया। उन्होंने मधुमक्खी पालन करने के लिए ₹15000 निवेश किया और उनसे 5 बॉक्स मधुमक्खी के लगाएं और उनसे शहद बनाने का काम शुरू किया और धीरे-धीरे 2021 पहुंचते-पहुंचते उनके पास 2000 बॉक्स हो गए।
जिनसे उन्हें अच्छा खासा मुनाफा हो रहा है। लेकिन उन्हें इस व्यवसाय में दिक्कत आई है कि पहले उन्हें ज्यादा उत्पादन मिलता था। लेकिन अब यह उत्पादन धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। जिसके लिए उन्होंने एक अच्छा विकल्प खोजा, खुद ही मधुमक्खी बनाना शुरू कर दिया और अब वह मधुमक्खी और शहद भी बेंचते हैं चलिए बताते हैं कैसे।
रानी मधुमक्खी बनाकर कर रहे तगड़ी कमाई
व्यवसाय कोई भी हो कुछ ना कुछ समस्या आ जाती है। लेकिन उस समस्या से लड़कर आगे बढ़ने पर ही सफलता मिलती है। जैसे कि अजीत कुमार जी को मिली। अजीत कुमार जी ने देखा कि पहले उन्हें एक बॉक्स से 50 किलो तक उत्पादन मिल जाता था। लेकिन अब यह उत्पादन घटता जा रहा है तो इसके लिए उन्होंने बढ़िया ब्रीड बनाना शुरू किया। उनका कहना है की ब्रीडिंग पर काम करना चाहिए। अगर ब्रीडिंग पर आप काम कर लेंगे तो इसमें सफलता मिलती है।
जिसमें उन्होंने रानी मधुमक्खी बनाया है। यह रानी मधुमक्खी बहुत बढ़िया है और इन्होंने लैब में अपने गांव में ही बनाया है। इन्होंने अमेरिका और सूडान से संपर्क किया। ऑनलाइन ट्रेनिंग ली और रानी मधुमक्खी का विकास किया और आज इस नस्ल को वह बेंचते भी है और खुद भी इससे शहद बनाते हैं।