हजारों दवाओं को टक्कर देती है ये हिमालय जड़ी-बूटी, कुटकी के फायदे

हजारों दवाओं को टक्कर देती है ये हिमालय जड़ी-बूटी, चौंकाने वाले फायदे जान हो जाओगे हैरान, जाने नाम और काम। सबसे पहले इस चमत्कारी बूटी का नाम आपको बता देते हैं तो इसका नाम है कुटकी | आइये अब कुटकी के फायदे जानने से पहले इसके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं |

हजारों दवाओं को टक्कर देती है ये जड़ी-बूटी

इस हिमालय जड़ी-बूटी में इतनी ताकत होती है कि ये अनेक बिमारियों का इलाज करने की क्षमता रखती है। इस जड़ी-बूटी में पोषक तत्वों के गुण बहुत ज्यादा होते है जो कई खतरनाक रोगों को जड़ से खत्म करने में बहुत लाभकारी साबित होते है। ये एक ऐसी दुर्लभ आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल करने से बहुत ही चौंकाने वाले फायदे होते है। हम बात कर रहे है कुटकी जड़ी-बूटी कि कुटकी बेहद फायदेमंद और असरदार होती है। इसमें पौष्टिकता कूट-कूट कर भरी हुई होती है।

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कुटकी के फायदे

कुटकी जड़ी-बूटी कफ की परेशानी को ठीक करने वाली, भूख बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी होती है। कुटकी में टीबी, बवासीर, दर्द, डायबिटीज जैसी अनेकों खतरनाक बिमारियों को ठीक करने का उपाय मौजूद होता है। इसमें लिवर से सम्बंधित समस्याओं का भी इलाज मौजूद होता है। लिवर के लिए कुटकी बहुत गुणकारी मानी जाती है। कुटकी औषधि में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के गुण विटामिन B, कैल्शियम, आयरन, जिंक, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, फ़ॉलैट, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट जैसे तत्वों के गुण भरपूर होते है जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते है।

कैसे उपयोग करें

कुटकी औषधि सेहत के लिए बहुत ज्यादा उपयोगी और असरदार मानी जाती है इसका उपयोग खाने के बाद दिन में दो बार गर्म पानी के साथ किया जाता है। कुटकी जड़ी-बूटी का स्वाद थोड़ा कड़वा होता है इसलिए इसके कड़वे पन को कम करने के लिए इसे शहद के साथ खाया जा सकता है। कुटकी कब्ज को दूर करने में बहुत उपयोगी होती है।

कुटकी का पेड़ कैसा होता है

सबसे पहले आपको बता दें कि इसका कोई पेड़ नहीं होता बल्कि इसका एक छोटा ओषधिए पौधा होता है | इसका वैज्ञानिक नाम Picrorhiza kurroa है |

यह मुख्यतः हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है। इसकी लम्बाई लगभग 15–30 सेंटीमीटर तक रहती है। इसकी इसकी पत्तियाँ लम्बी, गाढ़े हरे रंग की और किनारे से थोड़ी दाँतेदार होती हैं। इसके फूल नीले या हलके बैंगनी रंग के होते हैं |

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