फसल नुकसान होने पर सरकार किसानों को मुआवजा देती है। जिसमें 68,100 किसानों को मुआवजे के पैसे मिलने वाले हैं।
यह सप्ताह किसानों के लिए है खास
खेती किसानी में कई सारे खर्चे आते हैं। जिसमें सरकार भी कई योजनाओं के जरिये किसानों की आर्थिक मदद करती है। लेकिन जब खड़ी फसल मौसम की मार से खराब हो जाती है तो किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ता है। क्योंकि बारिश, आंधी, तूफान, ओलावृष्टि आदि से जब फसल खराब होती है तो ₹1 भी किसान को फायदा नहीं होता। बल्कि लागत भी नहीं निकलती। इससे किसान कर्ज के बोझ में डूब जाते हैं। लेकिन सरकार ने इसमें भी एक योजना बनाई है कि अगर किसान को इस तरह की दिक्कत आती है तो वह उनसे कैसे निकल सकते हैं।
जिससे की फसल बीमा योजना, जिसके तहत किसानों को नुकसान होने पर मुआवजा दिया जाता है। तो यह सप्ताह उन किसानों के लिए खास है। जिनकी फसल बारिश में खराब हुई थी। दरअसल हम खरीफ फसल की बात कर रहे हैं तो चलिए जानते हैं किन फसलों का मुआवजा मिलेगा और किस जनपद के किसानों को लाभ हो रहा है।
इन फसलों पर मुआवजा दे रही सरकार
दरअसल इस साल सितंबर महीने में भारी बारिश होने से किसानों की फसले खराब हो गई थी। जिसमें उड़द, तिली, मूंग, मक्का ज्वार और सोयाबीन जैसी फसले आती हैं। यह फसले कुछ खेत पर थी तो, कुछ खलिहान में रखी हुई थी। जिसमें खेत और खलिहान दोनों में रखी फसले खराब हो गई। खलिहान में रखी फसलों में अंकुरण देखने को मिलने लगा। जिससे किसान को भारी नुकसान हो गया। लेकिन सरकार किसानों को मुआवजा देगी। जिसमें इस सप्ताह बीमा राशि उनके खाते में डाली जाएगी। चलिए जानते हैं किन किसानों को लाभ होगा।
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इस जनपद के किसानों को मिली अच्छी खबर
दरअसल हम उत्तर प्रदेश के ललितपुर जनपद की एक किसानों की बात कर रहे हैं। इन किसानों को खरीफ सीजन में जो उड़द आदि की फसलों में नुकसान उठाना पड़ा था सरकार उसका मुआवजा उन्हें देगी। लेकिन इसके लिए इन्होंने सही समय पर प्रधानमंत्री फसल बीमा ऐप एवं टोल फ्री नंबर पर सूचना दी थी। अगर किसानों की फसल प्राकृतिक आपदा से खराब होती है तो उन्हें 72 घंटे के अंदर-अंदर शिकायत दर्ज करानी पड़ती है और इसके बाद कृषि विभाग व प्रशासनिक अधिकारी फसल का सर्वे करते हैं।
जिसके बाद अगर किसानों की फसल खराब हुई है तो बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इंश्योरेंस भी खराब फसल का सर्वे करते हैं और उनके किसानों को मुआवजा मिलता है। जिसमें इस जनपद के करीब 8100 किसानों की फसल खराब हुई थी और उन्होंने व्यक्तिगत क्लेम फसल बीमा कंपनी को किया था। जिसका टोल फ्री नंबर जारी है। उसके बाद अब उनके खाते में इस सप्ताह पैसे आएंगे। इस तरह आप देख सकते हैं अगर किसान सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हैं उन्हें जानकारी होती है तो नुकसान हुई फसल से भी राहत मिल जाती है।