सरकार ने खोला खजाना! 50 हजार रु मक्के की इस किस्म की खेती के लिए, फ्री में बाजरा के बीज, साथ ही साथ कई तरह के फायदे। चलिए जानें क्या है योजना किसे मिलेगा फायदा।
सरकार ने खोला खजाना
कई फसलों की खेती के लिए सरकार ने किसानों के लिए खजाना खोल दिया है। जिसमें आपको बता दे की कुछ फसलों की खेती के लिए मुफ्त में बीज दिए जा रहे हैं, तो कुछ में अच्छी खासी हजारों रुपए की सब्सिडी दी जा रही है। जिसका लाभ सीधा किसानों के खाते में दिया जाएगा। दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को फायदे ही फायदे दे रही है। क्योंकि उत्तर प्रदेश में सूखा और बाढ़ दोनों के हालात देखे जा रहे हैं। जिससे धान के किसानों को बड़ा घाटा हो रहा है। भारी बारिश से कुछ इलाकों में तो पानी भरा हुआ है जबकि कहीं पानी ही नहीं गिर रहा है।
जिसको देखते हुए सरकार ने कम पानी में उगने वाली फसलों खेती को प्रोत्साहित किया है। जिससे किसानों को मक्का, बाजार, तिलहन और दलहन के साथ-साथ ज्वार आदि की खेती के लिए सब्सिडी पर बीज दे रही है। जिससे किसान दोनों में फायदा उठा सके। चलिए अब जानते हैं मक्के की कौन-सी वेराइटी के लिए किसानों को ₹50000 तक का अनुदान मिल रहा है।
50 हजार रु मक्के की इस किस्म की खेती के लिए
किसानों को स्वीट कॉर्न की खेती के लिए ₹50000 प्रति हेक्टेयर के अनुसार अनुदान दिया जा रहा है। इसके अलावा बेबी कॉर्न की खेती के लिए उन्हें ₹40000 प्रति हेक्टेयर के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा। वही बात करें स्थानीय सामान्य मक्का की और शंकर मक्का की इन दोनों के लिए भी ₹6000 प्रति हेक्टेयर से के हिसाब से अनुदान मिल रहा है। आपको बता दे की 75 जिलों के किसानों को शंकर मक्का के साथ-साथ सामान्य बीज पर भी 75% की सब्सिडी मिलेगी और यह मक्का विकास कार्यक्रम के साथ-साथ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अंतर्गत किया जा रहा है। चलिए जानते हैं किन किसानों को कौन-से बीज फ्री में मिलेंगे।
फ्री में बाजरा के बीज
कुछ बीज के सरकार किसानों को मुफ्त में दे रही है। जिसमें मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दे की सरकार प्रत्येक ब्लॉक के विभागीय बिक्री केन्द्रो के द्वारा किसानों को फिंगर बाजार के बीज मिनी किट फ्री में दे रही है। इसका कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है। इसके अलावा दलहन और तिलहन के बीजों को सामान्य वितरण कार्यक्रम के आधार पर किसानों को बीज दिए जा रहे हैं।
इस तरह में सब्सिडी योजनाओं का अगर किसान लाभ उठाते हैं तो मात्र 50% भुगतान करने पर ओपीएस मशीन के द्वारा उन्हें बीज दिया जाएगा। सरकार मक्के की उन किस्मों पर सब्सिडी दे रही है जिनकी बाजार में अत्यधिक मांग है। इस तरह किसानों को मौसम की मार भले झेलनी पड़ेगी। लेकिन इसमें फायदा फिर भी होगा और अच्छी कमाई भी कर पाएंगे।