कोई भी मौसम हो फसल बढ़िया गुणवत्ता वाली उगेगी, किसान को अच्छी कीमत मिलेगी, बारिश-तूफान का भी असर नहीं होगा। चलिए बताते हैं किन 24 जिलों में ग्रीन हाउस तैयार किया गया है-
किसानों के लिए ग्रीन हाउस बना वरदान
खेती-किसानी बड़ी मेहनत से होती है, किसी भी फसल को पैदावार की स्थिति में सही सलामत लान किसान के लिए चुनौती भरा होता है। उसके बाद भी लगातार उत्पादन मिलते रहना मौसम की मार से फसल बची रहना यह किसान की किस्मत पर निर्भर करता है। लेकिन अब किसानों को किस्मत या मौसम के भरोसे रहने की जरूरत नहीं है। वह ग्रीन हाउस और पॉली हाउस जैसी तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिससे तापमान का फसल पर किसी तरह का असर नहीं पड़ेगा। गर्मी, ठंडी, बरसात में भी अच्छी फसल देखने को मिलेगी, पैदावार बढ़िया होगी, और गुणवत्ता भी बेहतर होगा। जिससे कीमत अच्छी मिलेगी।
37 ग्रीन हाउस में किसान करेंगे अब खेती
यहां पर उत्तर प्रदेश की बात की जा रही है, आपको बता दे की 44 जिलों में पॉली हाउस और ग्रीन हाउस तकनीकी का विस्तार किया जा रहा है। जिसमें अभी तक लगभग 37 ग्रीन हाउस बनकर तैयार हो चुके हैं। जहां पर किसान खेती करेंगे और वही 29 ग्रीन हाउस अभी बन रहे हैं। 24 जिलों में ग्रीन हाउस बढ़िया से बन गए हैं। 20 जिलों में कार्य चल रहा है, चलिए आपको उन जिलों के नाम बताते हैं जहां पर ग्रीन हाउस बन गए हैं।
इन जिलों में ग्रीन हाउस बनकर है तैयार
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ग्रीन हाउस बनाए जा चुके हैं, जहां पर किसान अब खेती करेंगे। आपको बता दे की ग्रीन हाउस पर 50% योगी सरकार की तरफ से सब्सिडी मिलती है। जिससे सिर्फ आधी लागत किसान को आती है, और ग्रीन हाउस में खेती करने के लिए ट्रेनिंग में मिलती है। जिससे किसी तरह का नुकसान नहीं होता।
अब आपको बता दे की जिन जिलों में ग्रीन हाउस बने हैं तो उनकी संख्या 1 से लेकर चार तक है। जिसमें सीतापुर, आगरा, गाजीपुर, मुजफ्फरनगर, खीरी, अमेठी, शाहजहांपुर, कानपुर नगर, बाराबंकी, सुलतानपुर, उन्नाव, अलीगढ़, मिर्जापुर, कौशांबी, शामली, एट आदि में एक-एक ग्रीन हाउस बनाए गए हैं। इसके अलावा बहराइच में, बरेली में, कासगंज, हरदोई, में दो ग्रीन हाउस बनाए गए हैं। वहीं लखनऊ में तीन, सहारनपुर में तीन, और मेरठ में भी तीन ग्रीनहाउस है। मगर बागपत में चार ग्रीन हाउस बनाए गए हैं।
कुछ जगहों में अभी निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है लेकिन जल्दी किसानों को ग्रीन हाउस की सुविधा मिलेगी।