1 no. फायदों से बीमारियों का पिटारा खाली कर देगा ये फल, एक बार कर ली खेती तो पैसो से भर जाएगी किसान भाइयों की झोली…

1 no. फायदों से बीमारियों का पिटारा खाली कर देगा ये फल, एक बार कर ली खेती तो पैसो से भर जाएगी किसान भाइयों की झोली…

जादुई है ये फल

आज हम जिस फल के बारे में बात कर रहे हैं, इसके अनोखे फायदे देश-विदेश तक फेमस है। साथ ही इस फल की डिमांड कई दूर-दूर तक की जाती है जिससे लोग इस फल को खा कर अपनी कई बीमारियों से छुटकारा पा लेते हैं। यदि आप इस फल को अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो आप भी अपनी दवाईयों के पैकेट फेंक देंगे।

यदि आप खेती के माध्यम से तगड़ी कमाई करना चाहते हैं तो किसानों के लिए भी यह फल काफी ज्यादा लाभदायक साबित हो सकता है जिससे वह काफी ज्यादा तगड़ी कमाई कर सकता है और अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकते हैं जिससे वह लाखों के मालिक हो सकते है, आईए जानते हैं कैसे करनी है इसकी खेती।

1 no. फायदों से बीमारियों का पिटारा खाली कर देगा ये फल

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जानिए क्या है अनोखे फायदे

ये अनोखा फल मार्केट में 297.11 रुपए प्रतिकिलों की दर से बिकता है ये कई बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है। साथ ही कैंसर जैसी सबसे बड़ी बीमारी को भी हराने में इसका कोई जवाब नहीं है। यह डायबिटीज की बीमारी को भी खत्म करने में काफी ज्यादा कारगर साबित होता है। इसमें कई एंटी इन्फ्लेमेटरी अच्छा एंटी ऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल को का भरपूर भंडार है।

एक्सपर्ट के मुताबिक लौंगन में कैंसर रोधी तत्व पाए जाते हैं। साथ ही वह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में और आंखों की रोशनी को वापस लाने में भी काफी ज्यादा कारगर साबित होता है। इस फल का स्वाद भी बेहद स्वादिष्ट होता है। यह आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ता है और आपके शरीर में विटामिन की कमियों को भी पूरा करता है। इसलिए यदि किसान इसकी खेती करते है तो उनकों काफी अच्छा मुनाफा कमाने मौका मिलेगा।

कैसे की जाती है इस फल की खेती ?

इस फल का नाम लौंगन है इस फल की खेती लीची की तरह ही की जाती है इसके लिए आपको गड्ढे करने होते हैं। साथ ही मई-जून में गड्ढे को तैयार किया जाता है और जुलाई में इसके बीजों की रोपाई की जाती है। साथ ही आपको दिन में दो से तीन बार खेत की अच्छी तरह से सिंचाई करनी होगी।

इसके लिए आपको कार्बनिक पदार्थ से भरपूर अच्छी तरह से सुखी दोमट मिट्टी की आवश्यकता होगी। मिट्टी का पीएच मान 5.7 होना चाहिए। साथ ही जिससे आपके मिट्टी को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचे और आपकी फसल भी अच्छी तरह से विकसित हो पाए।

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नमस्ते मित्रों, मैं ओशिन वर्मा। मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं। मुझे कई विशेष विषयों पर लिखना पसंद है जिसके जरिये मैं आप तक सही खबर पहुंचा सकूं। खेती, टेक्नोलॉजी, वायरल, हेल्थ इन सभी विषयों पर लिखना मेरी विशेषता है, मेरा मुख्य उद्देश्य आप तक सही और सच्ची घटनाओं की खबरें पहुँचाना है, इसलिए यदि आप इन विषयों को जानने के लिए उत्सुक है तो आप https://khetitalks.com/ के साथ जुड़े रहिए धन्यवाद ओशिन वर्मा।