1 महीने में नोटों की गड्डी से भरेगी तिजोरी, जून-जुलाई में लगाएं ये सब्जी, जिससे होगी अथाह कमाई। किसान भाई हो जाएंगे धनवान।
किसानों के पास कमाई मौका
नमस्कार किसान भाइयों, आज हम सब्जियों की कुछ ऐसी खेती के बारे में जानने वाले हैं, जिन्हें आप जून जुलाई के समय लगा सकते हैं। इसमें मेहनत भी कम आती है, और कमाई भी ज्यादा होती है। क्योंकि बरसात के समय सब्जियों की कीमत और ज्यादा बढ़ जाती है। इसीलिए किसानों को सही समय पर सही फसल की खेती करनी चाहिए। इससे ज्यादा उपज के साथ कमाई भी अधिक होती है।
लेकिन बरसात के समय अगर आप खेती करने जा रहे हैं तो उस जगह पर कीजिए जहां पानी न भरता हो यानी कि अगर बारिश होती है तो पानी थोड़ी देर बाद खेत से निकल जाता हो ज्यादा दिनों तक पानी ना रूकता हो। जिसमें आज हम पांच ऐसी फसलों के बारे में जानेंगे जो कि किसान बड़े आसानी से खेती करके तगड़ी कमाई कर सकते हैं, तो चलिए जानते हैं वह कौन-सी फसले हैं।
जून-जुलाई में लगाएं ये सब्जी
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जाने जून जुलाई में लगने वाली पांच सब्जियों के नाम।
- करेले की सब्जी आप इस समय लगा सकते हैं। जिसमें अगर आप एक एकड़ में करेला लगाते हैं तो उससे आराम से 60 से 65 क्विंटल की उपज मिलेगी। आपको बता दे की करेले की फसल 50 से 55 दिन में तैयार हो जाती है। उसके बाद आप दो से तीन दिन के अंतराल में तुड़ाई करके बाजार में उन्हें भेज सकते हैं।
- लौकी की खेती भी इस समय आप कर सकते हैं। बरसात में लौकी की बढ़िया कीमत मिलती है। 50 दिनों में लौकी तैयार हो जाती है, और एक एकड़ से 180 से लेकर 190 क्विंटल की पैदावार मिलती है। लौकी की खेती में किसानों को फायदा है।
- धनिया की खेती भी किसान कर सकते हैं। जून जुलाई में आप इसे लगा देंगे तो बरसात में धनिया बड़ी महंगी बिकती है। जिससे किसानों को बहुत ज्यादा फायदा होता है।
- मूली की खेती भी किसान कर सकते हैं। 15 जून के बाद मूली किसान लगा सकते हैं। मूली की डिमांड भी इस समय बढ़िया रहती है। इससे किसानों को बेहद फायदा होता है।
- जून जुलाई के समय आप तोरई की खेती भी कर सकते हैं। तुरई बरसात में बाजार में धूम मचा देती है। जिसमें एक एकड़ से 80 से 85 से क्विंटल की पैदावार बड़े ही आराम से मिल जाती है।
इस तरह यहां पर पांच सब्जियों के नाम बताए गए हैं। जिन्हें किसान गर्मियों में लगा सकते हैं। लेकिन गर्मी बरसात में किसानों को फसलों को देखभाल भी करनी पड़ेगी। कीट आदि से उनका बचाव करना पड़ेगा। साथ ही पानी की निकासी की पर भी ध्यान देना होगा। लेकिन बरसात के समय बाकी सीजन से मेहनत कम आती है और कीमत भीब ढ़िया मिलती है।
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