सोयाबीन की खेती करने जा रहे हैं तो आपको बता दे कि राज्य सरकार की तरफ से ₹4000 प्रति एकड़ अनुदान ले सकते हैं और बीज मुक्त में-
₹4000 अनुदान और मुफ्त में बीज
खेती में कई तरह के खर्चे किसानों को उठाने पड़ते हैं जिसमें अगर सरकार से आर्थिक मदद मिल जाती है तो किसानों को बड़ा फायदा हो जाता है, बहुत सारा बोझ कम हो जाता है। जिसमें राज्य सरकार की तरफ से सोयाबीन की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए ₹4000 प्रति एकड़ अनुदान दिया जा रहा है। इतना ही नहीं बीज मुफ्त में दिए जा रहे हैं। जिससे किसानों को बहुत ज्यादा कम खर्च आएगा।
सोयाबीन की खेती में किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, बस उनके पास बाजार होना चाहिए। सोयाबीन से कई तरह के उत्पाद बनाए जाते हैं, जैसे की सोयाबीन का तेल, सोया बड़ी, आटा, दूध, बिस्किट, और टोफू आदि।
इन किसानों को मिलेगा योजना का फायदा
दरअसल, बिहार राज्य सरकार की तरफ से किसानों को सोयाबीन की खेती के लिए अनुदान किया जा रहा है। जिसमें सोयाबीन की खेती करने पर प्रति एकड़ ₹4000 अनुदान और 100 फीसदी अनुदान पर मुफ्त में बीज दिए जा रहे हैं। आपको बता दे कि उपमुख्यमंत्री और कृषि मंत्री विजय कुमार सिंह का कहना है कि किसानों को 355 क्विंटल प्रमाणित बीज अनुदान पर दिए जाएंगे। इसके अलावा केंद्र सरकार की तरफ से 100 क्विंटल प्रजनक बीज का उत्पादन बिहार राज्य में किया जाएगा।
जिसमें क्लस्टर मॉडल और फील्ड स्कूल की व्यवस्था की जाएगी और इसी हिसाब से चिन्हित जिलों में क्लस्टर बनाए जाएंगे। बता दे की बेगूसराय, खगड़िया और लखीसराय जिलों को पायलट बनाया गया है। जहां पर 5000 एकड़ में फसल का प्रदर्शन कार्यक्रम चल रहा है। इस तरह किसानों को सोयाबीन की खेती की जानकारी दी जा रही है, और सोयाबीन कीखेती में क्रांति लाने का प्रयास किया जा रहा है।
योजना का फायदा कैसे उठाएं किसान
अगर आप सोयाबीन की खेती करना चाहते हैं तो इसके लिए अनुदान प्राप्त कर लेंगे तो खर्चा कम हो जाएगा। मगर यह बिहार के किसानों के लिए योजना है। जिसका लाभ लेने के लिए कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करना होगा, ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर भी पंजीकरण कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए किसान के पास जमीन के कागज होने चाहिए।
इस योजना से जुड़ी विस्तार में जानकारी किसान भाई स्थानीय कृषि समन्वयक या ब्लॉक स्तर के कृषि अधिकारी से प्राप्त कर सकते हैं। इस तरह बिहार राज्य सरकार तिलहन फसलों में आत्मनिर्भर बनने के लिए किसानों को अनुदान दे रही है। जिससे इस साल सोयाबीन का रकबा बढ़ा हुआ देखने को मिलेगा।