पोषक तत्वों से भरपूर ये किस्म की खेती, 55 दिनों में होगी तैयार, कुछ ही दिनों में किसानों को बना देगी लखपति, जानिए कैसे करे मुनाफे वाली खेती, आइए जानते हैं कि लाल भिंडी खेती और गुणों के बारे में ।
कुमकुम भिंडी
किसान अब लाल भिंडी की खेती की तरफ रुचि ले रहे हैं। लाल भिंडी की खेती साल में दो बार यानी कि खरीफ व रबी सीजन में की जा सकती है। हरी भिंडी की अपेक्षा में लाल भिंडी का बाजार मे कीमत ज्यादा रहता हैं।इसकी खेती करके अन्य फसल से अधिक लाभ कमा लेते हैं। इसे कुमकुम भिंडी के नाम से भी जाना जाता है। इसकी लम्बाई 11 से 14 सेंटीमीटर होती है।
लाल भिंडी और हरी भिंडी में अंतर
लाल भिंडी और हरी भिंडी में बहुत अंतर नहीं है। दोनों के पौधे एक ही तरह के होते है, फर्क इतना है की एक फली लाल रंग की है और दूसरी फली हरी रंग होती है। लाल फली वाली भिंडी पकाने में हरी हो जाती है। हरी और लाल भिंडी में अंदर बीज होते है वो सफेद होते है। एक पौधा 20-22 भिंडी देता है।
कुमकुम भिंडी की खेती
लाल भिंडी की खेती खरीफ और रबी दोनों ही मौसमों में की जाती है। इसके पौधे को अधिक बारिश की ज्यादा जरूरत नहीं होती है। सामान्य बारिश इसकी खेती के लिए काफी अच्छी होती है। अधिक गर्मी और अधिक सर्दी लाल भिंडी की खेती करने के लिए अच्छी नहीं होती। सर्दियों में पड़ने वाला पाला भी इसकी फसल को नुकसान पहुंचाता है। लाल भिंडी में 20-25 दिन में फूल आना शुरू हो जाते है और 55 दिनों में उपज देना शुरू कर देती है। लाल भिंडी की फसल 4 से 5 महीने तक उपज देती है।
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कुमकुम भिंडी की उन्नत किस्में
1.आजाद कृष्णा
2.काशी लालिमा
कुमकुम भिंडी के लिए सिंचाई और खाद
गोबर की खाद लाल भिंडी के लिए सबसे अच्छी खाद है। यह मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा को बढ़ाता है और पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है। सिंचाई सुबह या शाम के समय करें। लाल भिंडी को अधिक पानी न दें। इससे जड़ सड़ सकते है । सिंचाई के बाद खेत में जल निकासी व्यवस्था होनी चाहिए।
कुमकुम भिंडी के फायदे
- दिल की बीमारी को दूर करने में।
- प्रेग्नेंसी के दौरान भिंडी का सेवन करना चाहिए।
- लाल भिंडी विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के का एक अच्छा स्रोत है।
- मोटापा और डायबिटीज को कंट्रोल करने में।
कुमकुम भिंडी की कीमत
लाल भिंडी का उत्पादन हरी भिंडी की तुलना में तीन गुना अधिक होता है। लाल भिंडी की एक एकड़ खेती से करीब 50 से 60 क्विंटल तक का उत्पादन आसानी से प्राप्त हो जाता हैं। लाल भिंडी की खेती में लगने वाली लागत आदि मिलाकर कुल खर्चों के बाद भी किसान लाल भिंडी से हरी भिंडी के मुकाबले डेढ़ से दो गुना ज्यादा कमाई कर सकते हैं। बाजार में लाल भिंडी की कीमत 500 रुपए प्रति किलो है। एक एकड़ में ₹2,40,000 का मुनाफा कमा सकते हैं।
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